विक्रम विवि में एडमिशन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा आज

-एमएससी माइक्रोबायलॉजी और एनवायरमेंट मैनेजमेंट में आधी सीटों पर भी पंजीयन नहीं

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए बुधवार को सुमन मानविकी भवन में संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी। परीक्षा का समय सुबह 10 से 12 बजे तक का रखा गया है। रिपोर्टिंग टाइम सुबह 9 बजे का है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस साल भी विक्रम विश्वविद्यालय को एमएससी माइक्रोबायलॉजी और एनवायरमेंट मैनेजमेंट में एडमिशन के लिए चयन परीक्षा देने को इतने विद्यार्थी भी नहीं मिले हैं, जितनी सीटें हैं। परीक्षा संयोजक डॉ. कमलेश दशोरा के मुताबिक बीफार्म की 60 सीटों पर प्रवेश के लिए 205, एमएससी माइक्रोबायलॉजी की 20 सीटों पर प्रवेश परीक्षा के लिए 10 और एनवायरमेंट मैनेजमेंट की 25 सीटों पर प्रवेश के लिए 6 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। सभी को परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए हैं। इनका परिणाम परीक्षा उपरांत शाम 4 बजे के आसपास जारी कर दिया जाएगा। इसी दिन इनकी एडमिशन के लिए काउंसिलिंग भी हो जाएगी।

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मेरिट के आधार पर एडमिशन के लिए 2250 सीटों के विरुद्ध सिर्फ 1029 आवेदन

विक्रम विश्वविद्यालय की 26 अध्ययनशालाओं में मेरिट के आधार पर एडमिशन के लिए फार्म जमा करने की आखिरी तारीख अब समाप्त हो गई है। अंतिम तारीख तक 2250 सीटों के विरुद्ध 1029 विद्यार्थियों ने प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किया और इनमें से सिर्फ 80 विद्यार्थियों ने फीस जमा कर प्रवेश सुनिश्चित किया। विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के अनुसार स्नातक कोर्स बीकॉम ऑनर्स पढ़ने को सर्वाधिक 299 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। इसके अलावा सोशोलॉजी पढ़ने के लिए सिर्फ 4, बीसीए पढ़ने को 6, बीलिब पढ़ने को 11, इकनॉमिक्स पढ़ने को 14, इतिहास पढ़ने को सिर्फ 16 विद्यार्थियों ने आवेदन फार्म जमा किया है।

पीजी के लिए 29 तारीख आखिरीआवेदन की इससे भी कम संख्या सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स की है। अभी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 29 जून है, लेकिन अब तक हुए आवेदनों की संख्या पर नजर डाले तो यहां भी स्थिति कमजोर है। अब तक कुल 295 आवेदन जमा हुए हैं, इनमें फिलोसॉफी पढ़ने के लिए सिर्फ 1, जियोलॉजी पढ़ने के लिए 2 और लोक प्रशासन पढ़ने के लिए 3 विद्यार्थी ही मिले हैं। 17 पाठ्यक्रम में एडमिशन फार्म जमा होने की संख्या 10 से भी कम है। सीटों के मुकाबले प्राप्त आवेदन की संख्या कम मिलने पर एक बार फिर विवि प्रशासन ने चिंता व्यक्त की है। कहा है कि रिक्त सीटों को विश्वविद्यालय अब दूसरे चरण में भरने की तैयारी करेगा।

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